खैराना वीट मे अवैध कटाई जोरों पर

वीट प्रभारी, वन रक्षक पर गिर सकती हैं गाज, एसडीओ के जांच दल पर सवाल

गौरझामर– दक्षिण वन मंडल के अंतर्गत आने वाले गौरझामर वन परिक्षेत्र मे अवैध कटाई जोरों पर है। गौरझामर वन परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सालावारा, खैराना, छेवला,आदि वीट मे अवैध कटाई खुलेआम चल रही है।मगर वन परिक्षेत्र के अधिकारी एवं वीट प्रभारी सहित वीट गार्ड कुम्भ करणी नीद सोए हुए है।गौरतलब है कि अवैध कटाई की खबरें लगातार सामने आ रही थी। इन्हीं सब खबरों को देखते हुए विभाग के जिम्मेदार अधिकारी नीदं से जागे हैविभाग के डीएफओ ने मामले में संज्ञान लेते हुए बुधवार को एक टीम का गठन किया गया था।जिसने गौरझामर वन परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाली खैराना वीट का निरीक्षण किया गया।जिसमें उडनदस्ता दल को 15 से अधिक ठूंठ कटे पाए गए।निरीक्षण करने गए एमके मशीज .ने भी माना इस वीट मे वीट गार्ड के साथ साथ वीट इंचार्ज की लापरवाही रही है।उन्होंने इसका पंचनामा बनाकर आलाधिकारियों को सौपने की बात कही है।
लिखापढ़ी मे हुई हेराफेरी, पत्रकारों ने दस्खत करने से किया इन्कारबुधवार को पहुचे उडनदस्ता दल ने खैराना वीट का निरीक्षण किया गया।जहां विभिन्न लापरवाही पाई गई।परन्तु जांच के बाद तैयार पंचनामा सहित अन्य दस्तावेजों मे पत्रकारों को विभिन्न लापरवाही देखने को मिली।जिसमें 15 ठूठों की कीमत 45000/-लगभग दर्शाई गई।और मौके पर पडीं लडकी कीमत 47000/- लगभग दर्शाई गई।अब सवाल यह उठता है कि जितने के ठूंठ नहीं कटे है उससे ज्यादा निरिक्षक को लडकी मिल गई।इसी सब जांच को लेकर पत्रकारों ने पंचनामा पर दस्खत करने से इन्कार कर दिया।

एक दिन पहले हुई जांच पर कई सवाल।खैराना वीट  मे एक दिन पहले और एसडीओ देवरी द्वारा एक टीम का गठन किया गया था।जिसमें इस टीम  ने भी खैराना वीट का निरीक्षण किया गया थाजिसमें निरीक्षक द्वारा 13 से अधिक ठूठों का पी.आर जारी किया गया था। उसके दो दिन डीएफओ के द्वारा गठित उडनदस्ता दल ने भी खैराना वीट का निरीक्षण किया गया।जिसमें उडनदस्ता ने बुधवार को 15 ठूठों का पी.आर जारी किया है।अब सवाल यह उठता है कि एसडीओ की टीम को  क्या और ठूंठ नहीं मिले । और उसी जगह पर उडनदस्ता दल ने 15 ठूठों का पीआर जारी कर दिया।अब जांच पर भी सवाल किए जा रहे हैं।  डीएफओ सागर को फोन करने पर फोन रिसीव नहीं किया गया।                                               

  मुझे इस के बारे मे जानकारी नहीं है। आप डी.एफ ओ.से बात करें।  और फोन काट दिया।         अखिलेश कुमार तिवारी  सी.सी.एफ.सागर।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *