इस धरा की सुंदर छाया, इन पेड़ों से बनी हुई है
सागर। सारे काम छोड़कर सिर्फ पर्यावरण को बचाने निकले कुछ युवा,समाजसेवी और कुछ पॉलिटिशियंस जिनका सिर्फ एक ही उद्देश्य है कि कितने अधिक पेड़ लगाये जाए। जब मैने पेड़ लगाने की शुरुआत की थी उस समय बहुत कम लोग ही प्रकति की इस अमूल्य धरोहर को संजोने की सोचते थे पर धीरे धीरे लोगो को बात समझ आने लगी और अब लोग ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगवाने के बारे में सोचने लगे है। अब लोग जन्मदिन पर गिफ्ट के रूप में पेड़ देने लगे और लगवाने भी लगे है।आज पद्माकर नगर में सेवा अस्पताल के सामने डॉक्टर रीना पटौदी के घर जाकर बृक्षारोपण किया। इस मौके पर दीपा सिंह, पूजा पटौदी, दिव्या पटौदी करण, धर्मेंद्र और खेमेन्द्र स मौजूद रहे। कई लोगो ने पेड़ लगाकर पर्यावरण को सुरिक्षत करने का संदेश दिया है। अकेले शुरू किए इस करवा में मेरे साथ कई लोग जुड़ते गए। देखते ही देखते सरकारी और निजी मदद से आज तक कई हजार पौधे रोपे जा चुके है। आप सब के इस सहयोग के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।