रवि सोनी गढाकोटा। गढ़ाकोटा तहशील के रमना के जंगल से आए दिन वेशकीमती सागौन की लकड़ी की अबैध रूप से कटाई की जा रही है ओर वन विभाग कुंभ करण कि नींद में सो रहा है। लकड़ी माफियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि ये लकड़ी माफिया सुबह पांच बजे से देर रात तक बेशकीमती सागौन की लकड़ी को काटकर चोरी छिपे फोरव्हीलर गांडीयो से यथा स्थान पहुंचाते हैं वहीं दक्षिण वन मंडल अंतर्गत आने वाले इस जंगल से लाखों रुपए की बेशकीमती सागौन कि लकड़ी गढाकोटा नगर में खुलेआम बेची जाती है ओर यह सब अधिकारी व कर्मचारी की मिलीभगत से संभव होता है। जिसके चलते जंगल की बेशकीमती सागोन की लकड़ी अबैध रुप से माफियों के द्वारा काटी जा रही है। गढ़ाकोटा नगर में सागौन लकड़ी बेचने वाले माफियों से जंगल विभाग के कुछ कर्मचारी हफ्ता व महीने पर मोटी रकम लेकर इस धंधे को चलाने में सहयोग करते देखे भी जा सकते है यही कारण है कि वेशकीमती सागौन का जंगल इन माफियों के चलते खत्म होने की कगार पर है सुबह पांच बजे से लकड़ी चोरी का काम देर रात तक चलता है। विभाग के कई कर्मचारियों को पता भी है पर हफ्ता महिना लकड़ी माफियों के द्वारा समय पर पहुंचाया जाता है जिससे कार्रवाई नहीं की जाती। हाल ही में गढ़ाकोटा में वन विभाग की टीम द्वारा सुबह एक मारूति कार पकड़ी थी जिसका नंबर एमपी 20 बाई डी 2049 है यह गाड़ी रमना के जंगल से सागौन कि लकड़ी लेकर व्यापारियों को बेचने आ रही थी जिसकी सूचना वन विभाग को लगी तो धर दबोच लिया।
जव इस मामले में गढ़ाकोटा के दक्षिण मंडल परिक्षेत्र अधिकारी सिद्धार्थ दीपांकर से बात की तो उनका कहना थी कि वो अभी सागर में है ओर जानकारी कल सोमवार के दिन दे पायेंगे और जव इस मामले में डी एफ ओ सागर क्षितिज कुमार वर्मा से बात की तो उनका कहना था कि वो मीटिंग में है मीटिंग के बाद ही जानकारी दे पायेंगे।