मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को नोटिस जारी

बीएमसी की मर्चुरी में रखे जाएंगे शव
सागर । जिला चिकित्सालय की मर्चुरी में पोस्टमार्टम कक्ष से मृत व्यक्ति के शरीर से चूहों के द्वारा अंग निकालने की घटना के तुरंत बाद जिला चिकित्सालय की सिविल सर्जन द्वारा समस्त आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं। साथ ही आगामी आदेश तक बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज की पोस्टमार्टम कक्ष में शव रखने की व्यवस्था की गई है। सिविल सर्जन डॉक्टर ज्योति चौहान ने बताया कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को कारण बतायो नोटिस  जारी किया गया है। उन्हें जिला चिकित्सालय के मर्चुरी में रखे शव की आँख को चूहे द्वारा कुतरने के  संबंध में कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इस  संबंध में बताया गया  कि सिविल सर्जन को इस घटना की जानकारी मिली तो  वे राष्ट्रीय स्तरीय की कार्यशाला में  गई थी, जिससे चार्ज डा . सुधीर जैन के पास था ।उनके मुख्यालय लौटने पर मुझे जैसे पता चला मैंने तत्काल मर्चुरी की बिजली को जनरेटर से कनेक्ट कराया , ताकि भविष्य में किसी प्रकार कोई परेशानी न हो। डॉ .चौहान ने बताया कि मैंने उक्त घटना के उपरांत तत्काल मर्चुरी के अंदर पेस्ट कंट्रोल, रोडंट कंट्रोल कराया, जिससे चूहे अंदर न आ सके। साथ ही समय समय पर जिला चिकित्सालय के साथ  मर्चुरी का भी पेस्ट कन्ट्रोल कराया जाता है।  मेरे द्वारा उक्त घटना को संज्ञान में लेते हुए मर्चुरी में सी.सी.टी.व्ही . भी लगवाए गए हैं । मुझे प्रथम घटना के दौरान बताया गया कि उस समय शव को फ्रीजर  में न रखकर टेबिल पर रखा गया था। जिसके संबंध में मेरे द्वारा निर्देश जारी किए गए कि आने वाले शवों को फ्रीजर में रखा जाये। शव को कभी  भी बाहर न रखा जाये , सीधे फ्रीजर में रखा जाये एवं तब से मर्चुरी में रखे जा रहे है। परंतु बड़े आश्चर्य का विषय है कि दिनांक 19.1.23 को फ्रीजर में  शव को रखे जाने के बाद दुखद घटना घटित हुई। मेरे द्वारा सी.सी.टी.व्ही . कैमरे  भी लगवाए गए थे। तत्काल उक्त घटना के सी.सी.टी.वी. फुटेज देखे गए जिसमें किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि नहीं पाई गई। सी.सी.टी.वी. कैमरे की रिकार्डिंग में एक चूहा अवश्य दिखा, जो  फ्रीजर के अंदर आता जाता दिखा। जिस पर मेरे द्वारा स्थानीय स्तर पर कंपनी के इंजीनियर को  बताया गया एवं फ्रीजर का परीक्षण कराया गया तो इंजीनियर के द्वारा बताया गया कि फ्रीजर के कम्प्रेशर के आसपास खाली जगह रहती है, जहां से चूहा आदि कोई छोटा जानवर घुस सकता है । मेरे द्वारा पुनः मर्चुरी का पेस्ट कंट्रोल रोइट कंट्रोल कराया गया । प्रथम घटना के तत्काल बाद ही मेरे द्वारा मर्चुरी में जाली आदि लगवाई गई एवं मेरे द्वारा दिनांक 10 जनवरी को  कलेक्टर के जिला चिकित्सालय भ्रमण के दौरान  मर्चुरी का भी भ्रमण कराया गया था। जिस पर कलेक्टर द्वारा मर्चुरी की फिलोर एंव अन्य रिपेयरिंग कार्य कराने के निर्देश दिए गए थे। जिस पर मेरे द्वारा तत्काल मर्चुरी को फिलोर एवं अन्य रिपेयरिंग कार्य स्मार्ट सिटी के माध्यम से कराया जा रहा है। उक्त कार्य प्रगति पर है । मेरे द्वारा उक्त घटना के तत्काल बाद ही आगामी व्यवस्था तक मर्चुरी में जाने वाले शवों को बीएमसी की  मर्चुरी में रखने की व्यवस्था की गई है । घटना में कोई लापरवाही एवं उदासीनता नहीं बरती गई ।मेरे द्वारा सदैव अपने वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश, निर्देशों का तत्काल पालन किया गया।           

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