जय जवान जय किसान

जय जवान जय किसान
हम सब जानते है कि आज img-20160929-wa00112 अक्टूबर है और राष्ट्र पिता महात्मा गांधी जी का जन्म दिवस है, पर क्या आप जानते है कि गाँधी के साथ-साथ भारत देश के एक महान नेता और हमारे देश के द्वितीय प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी का भी आज जन्म दिवस है जो शास्त्री जयंती के रूप में मनाया जाता है। शास्त्री जी का जन्म 1904 में उत्तरप्रदेश के मुगलराय में हुआ था शास्त्री जी जाति से कायस्थ थे उनके पिता का नाम शारदा प्रसाद श्रीवास्तव था, परन्तु शास्त्री जी  ने अपना उपनाम लिखना छोड़ दिया था क्योंकि वे जाति प्रथा के घोर विरोधी थे, उनके नाम साथ जुडा शास्त्री काशी विद्यापीठ द्वारा दी गई एक उपाधी है। शास्त्री जी को सादा जीवन और उच्च विचार पंसद थे उन्होंने दुनिया को दिखा दिया कि अगर इंसान में आत्म विश्वास हो तो वो कुछ भी कर सकता है।
शास्त्री जी महात्मा गांधी के परम अनुयायी थे और उनकी जीवन शैली से बेहद प्रभावित थे उन्होंने गाँधी जी के साथ असहयोग आंदोलन में भी भाग लिया और खुद को देश की सेवा में समर्पित कर दिया।
शास्त्री जी ने भारत के किसानों को सम्मान देते हुए उन्हें ”जय जवान जय किसान” का नारा दिया, शास्त्री जी जब प्रधानमंत्री थे उस समय भारत मंदी के दौर से गुजर रहा था। देश में कई जगह अकाल था। शास्त्री जी ने लोगों से अपील की कि आप हफ्ते में एक दिन उपवास रखे ताकि सभी लोगों को भोजन मिल सके और उन्होंने स्वयं भी ऐसा ही किया। शास्त्री जी ने स्वतंत्रता आंदोलन में गाँधी वादी विचार धारा का अनुशरण किया और देश की सेवा की और आजादी क बाद भी अपनी निष्ठा और सच्चाई में कमी नहीं आने दी, स्वतंत्रता के बाद उन्हें उत्तरप्रदेश के संसदीय सचिव के रूप में नियुक्त किया गया। शास्त्री जी ने 9 जून 1964 को प्रधानमंत्री का पद भार ग्रहण किया, शास्त्री जी भारत के द्वितयी प्रधानमंत्री थे उन्होंने सन 1965 में भारत-पाकिस्तान की लड़ाई के समय देश को संभालकर रखा और सेना को सही निर्देश दिये जिसकी वजह से भारत ने पाकिस्तान को हरा दिया औ देश में शांति और अमन वापिस आ गया। आज फिर हमारे देश को शास्त्री जी जैसे योग्य नेता की आवश्यकता है, जो देश में अमन, चैन और शांति ला सके और भारत को फिर से धन-धान्य से पूरीपूर्ण देश बना सके और शास्त्री जी के जय जवान जय किसान के नारे को चारितार्थ करते हुए भारत देश को फिर से सोने की चिडिय़ा बना सकें।
जय जवान जय किसान
मनीषा श्रीवास्तव

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