रामकिशोर राजपूत देवरीकलाँ। सिल्कुही बेरियल के पास करीब तीन किलोमीटर दक्षिण में चल रही अवैध कटाई की खबर है। रात में कुल्हाडी के चलने की आवाजों लोगों को और वन्य जीव परेशान है। लगातार जंगल की सफाई से वन्य जीव दूसरे निवास की ओर भाग रहे है। विगत कुछ दिनों पहले गौरझामर के पास नेशनल हाईवे पर तेंदुए की किसी वाहन से टक्कराकर हुई मौत इस बात का प्रमाण है कि नौरादेही के सरकार द्वारा संरक्षित प्रकृतिक आवासों को वन्य जीव छोडकर अन्य वन क्षेत्रो की ओर पलायन कर रहे हंै।
वन्य जीवों की सुरक्षा एवं उनके स्वतंत्र आवासों की रखवाली करने वाले अधिकारी जवाबदेह सिर्फ हाजरी भरने तक ही सीमित कहे जा सकते है। दूसरी ओर कुछ लोगों का कहना है कि यदि कटाई की ओर ध्यान देने की कही जाती है तो कुछ उसे अनसुना कर रहे है। यदि कुछ जानकार लोगों की चर्चा की बात करें तो वे वाइल्ड लाइफ संस्थाओ द्वारा निरन्तर विलुप्त हो रहे जीवों का यह मुख्य कारण बताते हैं क्योंकि आवासों पर नष्ट होना बता रहे है। जिसके एवज में सरकारें करोडो रूपए खर्च कर वन्य जीवो की सुरक्षा के लिए योजनाए बना रही है लेकिन अधिकांश ऑफिस में बैठकर कागजी कार्यवाही में लगे है ओर एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप कर रहे है। इस संबंध में संवाददाता से मोबाइल पर डीएफओ मेडम ने बताया कि जानकारी आपने दी इस संबंध में हम जानकारी कराने अधिकारी भेजेगे।