दूषित भोजन से छात्रावास में 30 छात्राएं बीमार

हॉस्टल प्रबंधन की लापरवाही पर एसडीएम ने की कार्यवाही, हॉस्टल की किंचन को किया सील,
विक्रम ठाकुर live 022बीना। बीना के भानगढ कस्बे में रविवार की शाम को बीना सरकारी अस्पताल में भर्ती छात्राओं को सोमवार सुबह डिस्चार्ज कर दिया गया है। सभी की हालत में सुधार बताया गया है जिस कारण छात्राओ को होस्टल में बापिस शिफ्ट कर दिया गया है।
यह था मामला रविवार की शाम गल्र्स हॉस्टल में रोजाना की तरह खाना बनाया जा रहा था। कुछ छात्राओ ने रोटी बनाने के आटे में बदबू आने की शिकायत रसोइया गुड्डी बाई, क्रांति अहिरवार, द्रोपती कुर्मी से की पर फिर भी उन्होंने बदबूदार आटे की रोटी और पराठे बनाये व सोयाबीन की बरी की सब्जी के साथ छात्राओं को खाने को दिया गया। होस्टल में 91 छात्राओं में से 49 छात्राओ ने खाना खाया और उसके कुछ समय बाद ही छात्राओ की हालत खराब होने लगी। जैसे ही वहा मौजूद चौकीदार को इसकी जानकारी लगी वह कुछ छात्राओ को लेकर अस्पताल पहुँचा। अन्य छात्राओं को उल्टी, पेट दर्द, और बेचैनी होने लगी जिस कारण उन्हें निजी वाहनों से अस्पताल ले जाया गया।108 को तुरंत सूचना दी गई। मौके पर पहुची एम्बुलेंस से तुरंत सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। 49 छात्राओं में से 30 की हालत खराब हो जाने से उनको सिविल अस्पताल बीना में भर्ती कराया गया था। तुरंत ही एसडीएम बीना ने भानगढ पुलिस व नायब तहसीलदार संगीता मेहतो से हॉस्टल कि किचन को सील करा दिया गया व भोजन के सेम्पल ले कर जाँच के लिए भेज दिए गये। रात्रि में जब छात्राओ को अस्पताल लाया गया तब सभी छात्राएं दर्द से चीख रही थी कुछ छात्राओ को सांस लेने में भी दिक्कत हो रही थी तो कुछ बेहोश हो गई थी।हॉस्टल में 91 छात्राये थी जिनमे से 49 ने ही खाना खाया । सिविल अस्पताल में एक साथ पहुँची तो अस्पताल में जगह कम पड गयी। जिस कारण उन्हें अस्पताल के मीटिंग हाल को वार्ड बना कर भर्ती किया गया। अस्पताल में डॉक्टर की कमी के साथ बॉटल लगाने के स्टैंड तक कम पड गए तो नये स्टैंड तक निकलने पडे। रात्रि में ही सूचना लगने पर विधायक महेश राय, जनपद अध्यक्ष सावित्री यादव, नपा अध्यक्ष नीतू राय, व अन्य अधिकारी अस्पताल पहुंचे व हालात का जायजा लिया।
हॉस्टल में वार्डन मौजूद नही थी
रविवार की शाम जब छात्राओं की हालत खराब हुई तब वहा की वार्डन वहा मौजूद नहीं थी बताया गया कि वह 15 दिन में एक या दो बार ही आती हैं। रात्रि में जैसे ही इसकी सूचना सागर कलेक्टर आलोक कुमार सिंह को लगी तो वह रात्रि करीब 10:45 बजे एसपी सत्येंद्र कुमार के साथ सिविल अस्पताल बीना पहुँचे व बीमार छात्राओ के स्वास्थ का जायजा लिया व खाना बनाने वाले ठेकेदार का लाइसेंस तत्काल प्रभाव से हटाने का आदेश दिया। व शिक्षा विभाग व वार्डन पर कार्यवाही करने के आदेश दिए। कलेक्टर ने एसडी म को निर्देश दिये कि सोमवार को ही जाकर हॉस्टल की व्यवस्था ठीक कराये।।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *