मात्रा से कम मिल रहा मध्यान्ह भोजन

पेट भर खाना खाने घर जाते है बच्चेlive 02
समूह की मनमानी पर नही लग रहा अंकुश, विभाग मेहबान
रवि सोनी गढाकोटा। सरकारी स्कूलों में उपस्थिति बढा
ने एवं बच्चो को कुपोषण मुक्त बनाने के लिए शासन के द्वारा सरकारी स्कूलों में मध्यान्ह भोजन की योजना चलाई जा रही है।भोजन वितरण का कार्य स्वसहायता समूहों को सौपा गया है। समूहों की मनमानी एवं संबंधित अधिकारियों की मिली भगत से गरीब बच्चों के पेट पर डाका डाला जा रहा है । प्राथमिक शाला बाबूपुरा में मध्यान्ह भोजन में अनिमितताओं की शिकायत काफी लंबे समय से चल रही है।विगत दिनों जनपद अध्यक्ष ने निरीक्षण के दौरान अनिमिताये पाई थी। व्यवस्था सुधारने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए थे पर कोई कार्यवाही नही की गई। स्कूल में अध्ययनरत कुछ बच्चों ने बताया कि सिर्फ दो रोटी या दो पूरी ही खाने में मिलती है पेट नही भरता तो स्कूल के बच्चे घर खाना खाने जाते है जिन बच्चों के घर दूर है वो भूखे ही रहते है। समूह संचालक के द्वारा मध्यान्ह भोजन वितरण की सिर्फ औपचारिकता पूर्ण गरीब बच्चों के हक पर डाका डाला जा रहा है। क्षेत्र के अधिकांश समूह संरक्षित बताये जा रहे हैं। दबंग समूह संचालको पर कार्यवाही करने में संबंधित अधिकारी भी डरते हैं। गरीबो बच्चो को उनका हक दिलाने की मांग की जा रही है।

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