टिकट बंदवारे में कांगे्रस के नाम लगभग तय
सागर। सत्रहवीं लोकसभा चुनाव की घोषणा होते ही कांग्रेस और भाजपा अपने-अपने प्रत्याशियों की तलाश में है। कांग्रेस के सम्भावित दावेदारों में पूर्व मंत्री प्रभुसिंह ठाकुर की दावेदारी पर मुहर लगना लगभग तय माना जा रहा है। यदि समीकरण बदलते हैं तो प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष अरूणोदय चौबे का नाम भी दौड़ में है। भाजपा प्रभुसिंह को टक्कर देने के लिए ब्राम्हण प्रत्याशी की तलाश में है। इनमें समाजसेवी और भाजपा में बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के प्रदेश सहसंयोजक डॉ. अनिल तिवारी का नाम सबसे ऊपर है। इनके पास कार्यकर्ताओं की टीम है। डॉ. तिवारी गायत्री परिवार जैसे अनेक संगठनो में हमेशा अपनी भागीदारी प्रमुखता से निभाते रहेें है। इन्होंने विगत दिनों गायत्री परिवार का प्रदेश स्तरीय युवा सम्मेलन आयोजित किया था। जिसमेें करीब 15000 लोगों ने शिरकत की थी। आयोजन सफल होने पर प्रदेश के अनेक अंचलों से गायत्री परिवार के लोगों को सम्मानित किया गया था। डॉ. तिवारी का सागर जिले की विधानसभाओं के साथ-साथ शमसाबाद, सिंरोज और कुरवाई में भी अच्छा खासा नैटवर्क है। भाजपा के प्रदेश स्तरीय और जिला स्तरीय कार्यक्रमों में डॉ. तिवारी बढ-चढ कर हिस्सा लेते रहें है। सागर जिले में शिक्षा क्षेत्र में काम करने वाले इनके हजारो सहयोगी है। जिन्होंने विभिन्न आंदोलनो के द्वारा शिक्षा कर्मियों की मांगो को पूरा कराने में सफलता पाई।
प्रदेश के पूर्व वित्तमंत्री जयंत मलैया की जन्म स्थली सागर है। इनका राजनैतिक दायरा दमोह रहा है। लेकिन सागर संसदीय क्षेत्र में इनके समर्थको की बडी संख्या है। वर्तमान सांसद लक्ष्मीनारायण यादव को भी कम नहीं आंका जा सकता। नए कार्यकर्ताओं की टीम भले ही इनके साथ कम हो लेकिन पुराने नेता आज भी लक्ष्मीनारायण यादव को अच्छे सांसद के रूप में देखते है। पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा की भी संघ के कार्यकर्ता के रूप में अच्छी पहचान है। सागर में उनकी ससुराल भी है। श्री शर्मा को अन्य वर्गो का भी समर्थन मिलता है।
वर्तमान मेें सागर महापौर अभय दरे भी दावेदारों की सूची में शामिल है। इंजीनियर होने के नाते विकास कार्यों में इनकी रूचि विशेष है। हवाई अड्डा और फ्लाई ओवर जैसे सागर में लाना इनकी सूची में शामिल है।