ग्रामवासी सने कीचड़ से निकलने को बेबस
सुरेंन्द्र कुमार जैन मालथौन। जनपद विकास खंड का ग्राम पडरिया विकास से कोषों दूर है बरसात में विकास कार्यो की यह गांव की तश्वीर पोल खोल रही है शासन प्रशासन के नुमाइंदों को आईना दिखा रही है।उनकी अनदेखी ग्रामीणों को बरसात में मुसीबत का सबब बन गया है ग्रामवासियों का घर से निकलना दूभर हो गया हैं। जनपद विकास खण्ड की ग्राम पंचायत भैलईया का गांव पडरिया जिसकी आबादी एक हजार के करीब है लेकिन वर्षो बाद भी गांव की हालत बदतर हैं गांव की मुख्य कच्ची सड़क बरसात के दिनों में कीचड़ से सनी हुई है कीचड़ से सनी सड़क से गांव वासी निकलने को मजबूर हैं। उन्हें पैदल कीचड़ में खचकर निकलना पड़ रहा हैं। उन्हें अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं। गांव की सड़क न बनने से ग्रामीणों में शासन के विरुद्ध रोष पनप रहा हैं।बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री सड़क योजना के अंतर्गत दो साल पहले सड़क स्वीकृत हो चुकी है लेकिन ठेकेदार द्वारा सड़क निर्माण में लापरवाही वरती जा रही है जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा हैं। ग्रामीणों ने बताया कि बारिश में अक्सर परेशानियों का सामना करना पड़ता है गांव का कच्चा मार्ग है बारिश बंद हो जाता है। अनेक इस दौरान परेशानियां से गुजरना पड़ता हैं।
इनका कहना है ग्राम पंचायत के सरपंच का कहना है पडरिया गांव की मुख्यमंत्री सड़क योजना के अंतर्गत दो साल पहले से स्वीकृत है , कुछ काम भी हुआ था लेकिन काम बंद हैं।
छोटेलाल अहिरवार” सरपंच ग्राम पंचायत भैलेईया ।