वन परिक्षेत्र गौरझामर की घटना
गौरझामर। गौरझामर के समीप ग्राम गुरू चौपड़ा के समीप मुख्य मार्ग पर वन विभाग के कर्मचारियों ने लगभग एक वर्ष के शावक तेन्दुआ का शव बरामद किया। विभागीय कार्यवाही के बाद शावक तेन्दुआ का वन विभाग के कर्मचारियों ने जंगल में अंतिम संस्कार कर दिया। कुछ लोगों द्वारा शावक की मौत अज्ञात वाहन की चपेट में आने से बताई जा रही कुछ लागों द्वारा प्रश्न चिन्ह लगाये जा रहे हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बीती रात किसी अज्ञात वाहन की चपेट में आकर लगभग 2 वर्ष की आयु का तेन्दुआ बिजली सब-स्टेशन के पास से वन विभाग के कर्मचारियों ने मृत शावक का पंचनामा, पोस्ट मार्टम कर अंतिम संस्कार कर दिया। कुछ ग्रामीणों का कहना है कि लगातार सिमटते जा रहे जंगलों के जानवर बस्तियों और मुख्य मार्गों की तरफ रूख करने लगे है। ऐसे में कई दफा जानवरों और इंसानों का आमना-सामना भी हो रहा है। डर के कारण लोग रातों में घर में दुबके रहते है। हिरण, चीतल, नील गाय जैसे जानवर खुले खेतों में आकर फसलों को चौपट कर रहे है। जंगल विभाग के अधिकारी जंगलों के सफाया होने पर अंकुश लगाते नजर नहीं आ रहे है। समाचार पत्रों में जंगल के सफाया होने की खबरें में प्रमुखता से प्रकाशित की जा रही है। शावक की मौत पर रहस्य बना हुआ है, जंगल विभाग और कुछ लोगों का कहना है अज्ञात वाहन की चपेट में आने से शावक की मौत हो गई। किन्तु वाहन चालक और वाहन की कोई खबर नहीं है। दूसरी तरफ कुछ ग्रामीणों में चर्चा है कि शावक की मौत संदिग्ध हो सकती है। जब शावक की मौत के बाद वरिष्ट अधिकारी सीसीएफ कमलेश चुतर्वेदी, डीएफओ आरपी राय सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। गौरझामर वन परिक्षेत्र के रेंजर ने बताया कि किसी अज्ञात वाहन की चपेट में आकर शावक की मौत हो गई। विभागीय कार्यवाही के बाद जंगल में ही अंतिम संस्कार कर दिया गया। एक तरफ जंगल और जानवरों के लिए सरकार द्वारा करोड़ों की योजनाएं बनाई जा रही है। दूसरी तरफ जंगलों का सफाया रोकने में विराम नहीं लग पा रहा है।