दिनभर चर्चाओं का बाजार रहा गर्म
सागर। नरयावली को उप तहसील का दर्जा प्राप्त होने के बाद गुरूवार को विधायक प्रदीप लारिया ने कार्यालय का शुभारंभ किया। कार्यक्रम स्थल पर एक ओर अव्यवस्थाएं रही तो दूसरी ओर जनपद अध्यक्ष को कार्यक्रम में न बुलाने को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म रहा। वहीं ब्लाक किसान कांगे्रस कमेटी के अध्यक्ष ने वर्ष 2002 में टप्पा तहसील की प्रशासनिक सहमति की बात कही।
नरयावली में उप तहसील कार्यालय उद्घाटन के दौरान कई तरह की बातें सामने आई। जिसमें सर्वाधिक चर्चाओं का बाजार गर्म रहा कि राहतगढ़ जनपद अध्यक्ष को आयोजन में आमंत्रित नहीं किया गया? कुछ लोगों को यह भी कहते सुना गया कि अध्यक्ष आयोजन के दौरान अपमान को लेकर धरने पर बैठने वाली है और ज्ञापन देने वाली है। वहीं कुछ अन्य लोगों में चर्चा रही कि कुछ मान-मनौअल हुआ है। हालांकि ये तो सिर्फ चर्चाएं है, चर्चाओं का क्या? इन चर्चाओं में कितनी सत्यता है भी या नहीं यह हम नहीं कह सकते। दूसरी ओर यहां बैठने वाले ग्रामीणों को ठीक से कुर्सियों की व्यवस्था नहीं गई। जिससे छोटे-छोटे बच्चों के साथ महिलाएं पेड़ के नीचे तपती दोपहरी में बैठी रही।
विज्ञप्ति जारी कर ब्लॉक किसान कांग्रेस कमेटी नरयावली के अध्यक्ष रामदयाल चौबे ने कहा कि नरयावली को टप्पा तहसील का दर्जा नरयावली विधानसभा के तत्कालीन विधायक सुरेन्द्र चौधरी के कार्यकाल में वर्ष 2002 में नरयावली को टप्पा तहसील का दर्जा देने की सहमति प्रशासनिक स्तर पर दिलाते हुए नरयावली में तहसील कार्यालय के लिए स्थान का चयन किया गया था। जिसकी वाहवाही अब लूटी जा रही है।