सरकारी शिक्षक चला रहे थे अबैध कोचिंग
रवि.सोनी गढाकोटा – गुजरात की घटना को लेकर मध्य प्रदेश सरकार ने प्रदेश के सभी जिलों के कलेक्टरों को निर्देशित किया था कि अपने अपने जिलों में अवैध रूप से संचालित कोचिंग सेंटरों व शासकीय शिक्षकों द्वारा चलाए जा रहे कोचिंग सेंटरों की जानकारी लेकर उचित कार्रवाई करें। सागर जिले की कलेक्टर द्वारा इस संबंध में सागर में कार्यवाही भी की गई थी जिसका कई कोचिंग संचालकों ने विरोध भी किया था जिसको लेकर कलेक्टर सागर द्वारा जिले में आदेश जारी करते हुए जिले मे पदस्थ शिक्षकों को आदेश दिया था कि शासकीय शिक्षकों द्वारा कोचिंग नहीं की जायेगी लेकिन कलेक्टर सागर के आदेशो की गढ़ाकोटा नगर में कोचिंग सेंटर चला रहे शासकीय शिक्षकों द्वारा अव्हेलना की जा रही थी मंगलवार की सुबह 8 बजे गढाकोटा तहशीलदार संकुल प्राचार्या द्वारा नगर के सुभाष वार्ड में संचालित अबैध कोचिंग सेंटरों का औचक निरीक्षण किया गया।निरीक्षण में पाया गया कि ये कोचिंग सेंटर अबैध है साथ ही जो शिक्षक यह सेंटर लंबे समय से चला रहे हैं वह दमोह जिले में अध्यापकों के पद पर पदस्थ हैं ओर इन शिक्षकों द्वारा यह कोचिंग सेंटर संचालित है जिसमें निर्मल जैन सतौआ ग्राम के माध्यमिक शाला में एवं आनंद सोनी ग्राम झागर में माध्यमिक शाला में अध्यापक के पद पर पदस्थ हैं।
तहशीलदार द्वारा इन कोचिंग सेंटरों को संचालित करने वाले शासकीय शिक्षकों को पर पंचनामा बनाकर कार्रवाई की गई और स्पष्टीकरण मांगा गया है साथ ही बच्चो की सुरक्षा को देखते हुए इन सेंटरों के संचालकों को फटकार लगाई। तहशीलदार के निरीक्षण में इन अबैध कोचिंग सेंटरों मे बच्चों की सुरक्षा को लेकर कोई भी इंतजाम नहीं थे जिस पर कार्रवाई करने की बात कही गई है निरीक्षण के दौरान एक ही कमरे में 40 से 50 बच्चे एक साथ बैठे मिले और संबंधित शासकीय शिक्षक तहशीलदार मेडम को पढाते मिले।
पहली वार नगर में हुई इस तरह की कार्रवाई से शासकीय शिक्षक जो कोचिंग सेंटर संचालित करते है उनमे हड़कंप मचा हुआ है वहीं इन शासकीय शिक्षकों का कहना है कि ये कोचिंग फ्री पढाते है जबकि इन शिक्षकों द्वारा गरीब अभिभावकों से कोचिंग फीस के नाम पर मोटी रकम विषयवार ली जाती है।
शासकीय शिक्षकों में हड़कंप